Thursday, February 7, 2019

कांग्रेस ने कहा- सत्ता में आए तो तीन तलाक कानून खारिज करेंगे, यह मुस्लिम पुरुषों के खिलाफ

कांग्रेस ने दावा किया है कि अगर केंद्र में उसकी सरकार बनी तो वह तीन तलाक कानून खत्म कर देगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देब ने यहां पार्टी के अल्पसंख्यक अधिवेशन में यह बात कही। इस दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी निशाना साधा। 

सुष्मिता ने कहा, ‘‘मोदीजी ने मुस्लिम महिलाओं को मुस्लिम आदमियों से लड़ाने का काम किया। हमने ट्रिपल तलाक कानून का विरोध इसलिए किया, क्योंकि वह एक और हथियार है मुसलमान पुरुषों को जेल और थाने मेें खड़ा करने का। 2019 में हमारी सरकार बनेगी और हम इस कानून को खारिज करेंगे।’’

राहुल ने कहा- हर सिस्टम में संघ के लोग

राहुल ने कहा, ‘‘संघ वाले हर सिस्टम में अपने लोग डालते हैं। उनका लक्ष्य हिंदुस्तान के हर संस्थान को खत्म करना है। नरेंद्र मोदी सिर्फ फ्रंट फेस हैं। संघ अध्यक्ष मोहन भागवत पूरे देश को पीछे से चलाएंगे। संघ कहता है कि हिंदुस्तान के संविधान को परे कर दिया जाए और देश को नागपुर से चलाया जाए।’’

2019 में जीत का दावा

राहुल ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री सिर्फ देश को जोड़ने का काम कर सकता है, अगर वह ऐसा नहीं करेगा तो उसे हटा दिया जाएगा। कांग्रेस ने मोदी की और उनके 15 साल तक राज करने के दावे की धज्जियां उड़ा दी हैं। 2019 में नरेंद्र मोदी, भाजपा और संघ को कांग्रेस पार्टी हराने जा रही है।’’

अब कोने-कोने से लोग कहते हैं- चौकीदार चोर है

राहुल ने कहा, ‘‘भाजपा के लोग कहते थे अच्छे दिन, दूसरी तरफ जनता कहती थी कि आएंगे। अब देश में कांग्रेस पार्टी का नेता नहीं, दिल्ली-महाराष्ट्र के किसी भी कोने में कोई कहता है चौकीदार...(लोगों ने चोर है-चोर है की आवाज लगाई)। मैं चौकीदार से माफी मांगना चाहता हूं कि आप बहुत अच्छा काम करते हो, मैं सिर्फ एक चौकीदार की बात करता हूं जो (लोगों ने चोर है-चोर है की आवाज लगाई)। मैं सिर्फ यह कहना चाहता हूं कि मैं आपको बदनाम नहीं कर रहा।’’

अलग-अलग धर्म के लोगों ने हिंदुस्तान बनाया

राहुल ने कहा, ‘‘यह देश किसी एक जाति-धर्म-भाषा का नहीं है। यह देश हिंदुस्तान के हर व्यक्ति का है। लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच में है। एक विचारधारा कहती है कि यह देश सबका है। मैं उदाहरण देना चाहता हूं। हिंदुस्तान के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे? मौलाना आजाद। आप अगर आईआईटी और आईआईएम, शिक्षा व्यवस्था की बात करते हो तो आपको मौलाना आजाद की बात करनी पड़ेगी। स्पेस प्रोग्राम की नींव विक्रम साराभाई ने रखी, वह जैन धर्म के थे। अगर आप सफेद क्रांति की बात करते हो तो आपको कुरियन की बात करनी होगी। अगर आप 1971 जंग की बात करते हो तो आपको मानकेशॉ की बात करनी होगी। लिबरलाइजेशन की बात करते हो तो आपको मनमोहन सिंह की बात करनी होगी।’’

हम संस्थानों की रक्षा करेंगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री होते हुए सुप्रीम कोर्ट के चार जज बाहर आकर कहते हैं कि हमें काम नहीं करने दिया जा रहा है। जस्टिस लोया का नाम लेते हैं और इनडायरेक्टली कहते हैं अमित शाह भाजपा के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट को काम नहीं करने दे रहे हैं। ये अपने आपको हिंदुस्तान के ऊपर समझते हैं। यह सोचते हैं कि देश नीचे है और हम ऊपर। तीन महीने में यह देश इनको समझाने जा रहा है कि देश ऊपर है और आप नीचे।’’

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