Friday, January 25, 2019

3000 एनकाउंटर को योगी सरकार ने बताया उपलब्धि, कहा- 78 अपराधी मार गिराए

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गणतंत्र दिवस पर अपनी उपलब्धियों की लिस्ट जारी की है. जिसमें योगी शासनकाल के सभी एनकाउंटर भी शामिल किए गए हैं. सरकारी लिस्ट के मुताबिक मार्च 2017 से जुलाई 2018 के दौरान योगी की पुलिस ने तीन हजार से ज्यादा एनकाउंटर किए थे. जिनमें लगभग 6 दर्जन अपराधियों को मारने का दावा किया गया था.

दरअसल, यूपी की योगी सरकार गणतंत्र दिवस पर कानून व्यवस्था के सुधार को बड़े मुद्दे के तौर पर जनता के सामने रखेगी. जहां सरकार की एनकाउंटर पॉलिसी पर भी चर्चा होगी. इससे पहले एनकाउंटर की डिटेल भी सरकार ने सार्वजनिक कर दी है.

यूपी सरकार की उपलब्धियों की सूची में शामिल आंकड़ों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल यानी मार्च 2017 से जुलाई 2018 के मध्य तक पुलिस ने 3026 मुठभेड़ें कीं. जिनमें कुल मिलाकर 78 अपराधियों को मार गिराया गया. जबकि 838 अपराधी घायल हुए.

लिस्ट में बताया गया कि 11981 लोगों ने उनकी जमानत रद्द कराई और अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. इस संबंध में प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने सभी जिलाधिकारियों को सरकार की ओर से आदेश भी जारी किए हैं. ताकि इस उपलब्धि को अधिकारी जन-जन तक पहुंचाएं.

सरकारी की उपलब्धियों में एसटीएफ के एनकाउंटर भी शामिल हैं. जिनमें 9 अपराधियों को मार गिराया गया. जबकि 139 अपराधी गिरफ्तार किए गए. साथ ही एसटीएफ ने 6.5 लाख लोगों के साथ पौंजी स्कीम के नाम पर 3700 करोड़ की ठगी करने वाले 3 लोगों शातिर ठगों को गिरफ्तार किया.

इसी प्रकार से एनएसए के तहत 3, गुंडा एक्ट के तहत 299 और अन्य 2589 मामलों में पुलिस कार्रवाई की गई. इन सभी मामलों में अर्जित की गई 60 करोड़ 40 लाख रुपये की अवैध संपत्ति भी जब्त की गई. जबकि 1277 भू-माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई को अंजाम दिया गया.

सरकारी उपलब्धि की इस सूची पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील साजन ने आज तक से कहा, "योगी आदित्यनाथ सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा और राज्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कोई काम नहीं किया है. हर जगह फर्जी मुठभेड़ हुई हैं और हमारी पार्टी ने संसद में इस मुद्दे को उठाया है. सुप्रीम कोर्ट ने इन मुठभेड़ों पर भी सवाल उठाए हैं और अगर सीबीआई जांच का आदेश दिया जाता है, तो यूपी के सीएम और शीर्ष पुलिस अधिकारियों को परेशानी होगी.”

उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा “राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है. राज्य में हत्याएं हो रही हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मुठभेड़ों पर सवाल उठाए हैं. इसे सरकारी एचीवमेंट के रूप में हाइलाइट करने का मतलब है कि इस सरकार के पास दिखाने के लिए कोई विकास कार्य नहीं है."

Thursday, January 17, 2019

चांद पर उगा पहला कपास का पौधा नष्ट हुआ, वजह- तापमान -170 डिग्री तक गिरा

गैजेट डेस्क. चीन ने मंगलवार को ही चांद पर पहली बार कपास का पौधा उगाने का ऐलान किया था, लेकिन अगले ही दिन इस पौधे के मरने की खबर आ गई। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, चांद पर उगाया गया पहला कपास का पौधा रात में तापमान माइनस 170 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की वजह से मर गया।

सूरज की रोशनी में तो ये पौधा अच्छी तरह बढ़ रहा था, लेकिन रात होते ही तापमान गिरने की वजह से मर गया। चांद पर एक रात दो हफ्ते की होती है। इस दौरान वहां तापमान गिर जाता है।

दिन के समय यही तापमान 120 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है।

चीन ने 3 जनवरी को भेजे थे आलू, कपास के बीज
चीन ने 3 जनवरी को रोवर चांगी-4 के साथ कपास, आलू और सरसों के बीज के अलावा मक्खी के अंडे भी भेजे थे। लेकिन इनमें से सिर्फ कपास का ही पौधा चांद पर पनप पाया। बाकी पौधों में कोई ग्रोथ नहीं हुई थी। हालांकि, वैज्ञानिकों ने आलू और सरसों के बीज भी अंकुरित होने की उम्मीद जताई थी। इसीके साथ चीन पहला ऐसा देश बन गया था, जिसने चांद पर किसी पौधे को उगाया था।

रविवार से शुरू हो गई थी चांद पर रात
चीन के इस प्रोजेक्ट को लीड करने वाले वैज्ञानिक शाई गेंगशिन ने कहा कि हमें पहले से ही इस पौधे के जल्दी मरने की आशंका थी क्योंकि रात के समय वहां किसी भी पौधे के लिए बच पाना नामुमकिन है। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने बताया कि, लैंडिंग के बाद रविवार को चांद पर पहली रात थी और रविवार से ही चांगी-4 रोवर 'स्लीप मोड' में चला गया था।

चांद पर नहीं डालेंगे प्रतिकूल असर

शाई का कहना है कि धीरे-धीरे पौधे और बीज चांद पर डिकम्पोज हो जाएंगे और इससे चांद के वातावरण पर कोई प्रतिकूल असर नहीं होगा। उन्होंने कहा, "चांद पर पौधे उगाने का प्रयोग हमने पहली बार किया था और हमें इसका कोई अनुभव भी नहीं था कि चांद पर किस तरह का वातावरण होता है।

डिब्बे में भरकर चांद पर भेजे गए थे बीज
चीन के वैज्ञानिकों ने बताया था कि, रोवर चांगी-4 में पानी और मिट्टी से भरे एक डिब्बे को भेजा गया था जो 18 सेंटीमीटर का था। इस डिब्बे के अंदर कपास, आलू और सरसों के बीज के साथ-साथ फ्रूट फ्लाय के अंडे और यीस्ट भेजे गए थे। इसके साथ ही इसमें दो छोटे कैमरे और एक हीट कंट्रोल सिस्टम भी था, ताकि बीज के अंकुरित होने की फोटो मिलती रहे।

Wednesday, January 9, 2019

कबाड़ की तरह पड़े हैं सेना के जिंदा बम, कैग ने जताई चिंता

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने सीमा शुल्क विभाग के विभिन्न अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (आईसीडी) में सामान की खेप (कार्गो) में वर्षों से जीवित बम और युद्ध सामग्री का कबाड़ पड़े होने पर चिंता जताई है. संसद में मंगलवार को पेश कैग की रिपोर्ट में राजस्व विभाग से एक रिपोर्टिंग प्रणाली विकसित करने को कहा गया है ताकि ऐसे सामान या कंटेनर जिसे उठाया नहीं गया है, उसकी स्वतंत्र रूप से निगरानी की जा सके. 

कैग ने 31 मार्च, 2017 तक 85 आईसीडी और कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस) की जांच की गई. इसमें पाया गया कि यहां पर एक से लेकर 17 साल तक के खतरनाक कबाड़ के 469 कंटेनर पड़े हैं और इनको हटाया नहीं जा सका है. 

कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि राजस्थान में 3 आईसीडी में जीवित बम, युद्ध सामग्री का कबाड़ पड़ा है. वहीं मुंबई सीमाशुल्क क्षेत्र 2 में इस्तेमाल किए जा चुके टायरों, मेटल कबाड़ और खतरनाक रसायनों के 92 कंटेनर हैं.  दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के तुगलकाबाद एनसीडी में नुकसान पहुंचाने वाले सामान के 15 कंटेनर हैं और उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के आईसीडी में मिले-जुले कबाड़ के 50 कंटेनर हैं.  

रिपोर्ट में कहा गया है कि जोधपुर आयुक्तालय के तहत आईसीडी कॉन्कॉर, कनकपुरा 27 जिंदा बम और 19.4 टन का युद्ध सामग्री का कबाड़ 2008 से पड़ा है.  इसी तरह आईसीडी उदयपुर और आईसीडी भगत की कोठी में 195 किलो खाली कारतूस खोल और 102.8 टन युद्ध सामग्री का कबाड़ 2004 से पड़ा है.

कैग ने सुझाव दिया है कि प्रावधान नियमों का इंपोर्टर अनुचित लाभ नहीं ले सकें, इसके लिए सेंट्रल इनडायरेक्‍ट टैक्‍स और सीमा शुल्क बोर्ड को इनकी समीक्षा करनी चाहिए.  कार्गो को छोड़ने की छूट सिर्फ विरले मामलों में ही दी जानी चाहिए.

भारतीय मुद्रा रुपये में डॉलर के मुकाबले पिछले सत्र से बढ़त देखी गई. रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले पिछले सत्र से 15 पैसे की बढ़त के साथ 70.05 पर खुला. पिछले सत्र में रुपये में कमजोरी आई थी, जिसकी मुख्य वजह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी रही है. कमोडिटी विश्लेषक बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में तेजी आने से भारत में तेल आयात के लिए ज्यादा डॉलर की जरूरत होगी, इसलिए रुपये पर दबाव आया, हालांकि पिछले सत्र के मुकाबले रुपया थोड़ा संभला है.

उधर, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचकांक डॉलर इंडेक्स बुधवार को फिर 0.11 नीचे फिसलकर 95.377 के स्तर पर आ गया. दरअसल, इन छह मुद्राओं के समूह में सबसे अधिक भारांक वाली मुद्रा यूरो और आस्ट्रेलियन डॉलर व ब्रिटिश पौंड में डॉलर के मुकाबले मजबूती रही, जबकि जापानी येन में कमजोरी दर्ज की गई.

Tuesday, January 1, 2019

सिडनी टेस्ट में नहीं खेलेंगे 'हिटमैन' रोहित, इस वजह से मुंबई हुए रवाना

टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और 'हिटमैन' रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नए साल पर 3 जनवरी से सिडनी में शुरू हो रहे आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच में नहीं खेलेंगे. रविवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया पर जीत के साथ भारत चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त बना चुका है. दरअसल, रोहित शर्मा और रीतिका सहदेह के घर नन्ही पारी आई है. रोहित की वाइफ रीतिका ने एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया है.

रोहित भारत के लिए रवाना हो गए. हालांकि रोहित 8 जनवरी को वापस ऑस्ट्रेलिया आ जाएंगे. वनडे के उप-कप्तान रोहित कंगारुओं के खिलाफ 12 जनवरी से शुरू होने वाली 3 वनडे की सीरीज में खेलेंगे. BCCI ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है. साथ ही दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड ने रोहित को पिता बनने पर बधाई दी है.

रोहित की जगह सिडनी में शुरू हो रहे आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच में ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है, जिन्हें बीसीसीआई ने आखिरी दो टेस्ट के लिए भारतीय टेस्ट स्क्वॉड में चुना था. हार्दिक पंड्या शानदार फॉर्म में हैं और काफी समय बाद टीम इंडिया में वापसी कर रहे हैं.

बता दें कि रोहित शर्मा और रितिका की शादी 13 दिसंबर 2015 को हुई थी. रोहित ने वनडे में शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया की टेस्ट टीम में वापसी की थी. रोहित के लिए साल 2018 बेहद शानदार रहा. इस दौरान उन्होनें वन डे क्रिकेट में 73.57 की औसत से कुल 1030 रन बनाए. जबकि टी 20 में 36.87 की औसत से कुल 590 रन बनाए. इसमें दो शतक भी शामिल हैं.

आपको बता दें कि रविवार को भारत ने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया पर जीत दर्ज कर मेलबर्न में 37 साल का सूखा खत्म किया. इस मैच में रोहित शर्मा ने पहली पारी में 63 रनों की नाबाद पारी खेली थी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा और आखिरी टेस्ट मैच सिडनी में 3 जनवरी से होगा. टीम इंडिया अगर यह टेस्ट मैच ड्रॉ भी करा लेती है, तो वह 71 साल में पहले बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कोई टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड बना लेगी.

ICC महिला वनडे अंतरराष्ट्रीय टीम (बल्लेबाजी क्रम में):

स्मृति मंधाना (भारत), टैमी ब्यूमोंट (इंग्लैंड), सुजी बेट्स (न्यूजीलैंड; कप्तान), डेन वान नीकेरक (दक्षिण अफ्रीका), सोफी डिवाइन (न्यूजीलैंड), एलिसा हीली (ऑस्ट्रेलिया; विकेटकीपर); मेरीजेन कप्प (दक्षिण अफ्रीका), डिआंड्रा डोटिन (वेस्टइंडीज़), सना मीर (पाकिस्तान), सोफी एक्लेस्टोन (इंग्लैंड), पूनम यादव (भारत).

ICC महिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम (बल्लेबाजी क्रम में):

स्मृति मंधाना (भारत), एलिसा हीली (ऑस्ट्रेलिया; विकेटकीपर), सुजी बेट्स (न्यूजीलैंड), हरमनप्रीत कौर (भारत, कप्तान), नताली साइवर (इंग्लैंड), एलिसे पेरी (ऑस्ट्रेलिया), एशले गार्डनर (ऑस्ट्रेलिया), लीघ कास्पेरेक (न्यूजीलैंड), मेगन शट (ऑस्ट्रेलिया), रूमाना अहमद (बांग्लादेश), पूनम यादव (भारत).